A History of the World Wide Web From 1989 to the Present Day

1989: टिम बर्नर्स-ली ने वेब की विचारशीलता को प्रस्तुत किया, जो बाद में वेब की आधारभूत संरचना की थी। यह एक वेब सर्वर और एक वेब ब्राउज़र को संचालित करता था, जो टेक्स्ट, चित्र और हाइपरलिंक का समर्थन करता था।

1991: पहली वेब साइट जारी की गई, जिसमें सिर्फ टेक्स्ट था जो टेक्स्ट के रूप में दिखाई देता था।

1993: वेब ब्राउज़र Mosaic का आविष्कार किया गया, जो टेक्स्ट, चित्र और सुनी गई गतिविधियों का समर्थन करता था। इसका प्रयोग वेब यात्राओं को आसान बना दिया।

1994: वेब के लिए पहला खोज इंजन “WebCrawler” शुरू किया गया, जो उपयोगकर्ताओं को वेब पृष्ठों की खोज करने में मदद करता था।

1995: वेब पर पहली बार ऑनलाइन विपणि वितरण की गई, जो ई-कॉमर्स के लिए एक नया प्रारूप प्रस्तुत करता था।

1998: गूगल की स्थापना की गई, जो बाद में सबसे लोकप्रिय खोज इंजन बन गया।

1999: वेब ने बड़े पैमाने पर ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया, और ऑनलाइन सेवाओं के लिए एक नया युग आरंभ किया। वेब सामाजिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म जैसे Facebook, Twitter, और YouTube ने ऑनलाइन संचार और विचार-विमर्श को बदल दिया।

2000: डॉटकॉम बुम की पूर्णता जब बड़ी संख्या में ई-कॉमर्स कंपनियां चरणात्मक रूप से बंद हो गईं।

2003: वर्डप्रेस जैसे प्रसिद्ध ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म की स्थापना की गई, जो ब्लॉगर्स को ब्लॉग लिखने और प्रकाशित करने में मदद करता है।

2004: वेब 2.0 की शुरुआत हुई, जिसमें नई पीढ़ी के अनुयायी और सहयोगी वेब एप्लिकेशन्स जैसे फ़्लिकर, गूगल मैप्स, और यूट्यूब शामिल थे।

2007: आईफ़ोन की शुरुआत हुई, जो मोबाइल इंटरनेट को एक नया आयाम दिया और मोबाइल डिवाइस में वेब ब्राउज़िंग को सुविधाजनक बना दिया।

2010: सोशल मीडिया ने वेब पर एक बड़ी परिवर्तन ला दिया, जब फ़ेसबुक ने 500 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं की संख्या के साथ अधिक जनप्रियता प्राप्त की। इसके बाद, ट्विटर, इंस्टाग्राम, और लिंक्डइन जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म भी विकसित हुए।

2011: वेब के एक नया अध्याय, “वेब 3.0” या “सेमांटिक वेब” की शुरुआत हुई, जिसमें वेब डेटा को संरचित और अर्थपूर्ण बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है।

2015: नेट न्यूट्रैलिटी के मुद्दे पर विवाद शुरू हुआ, जिसमें नेटवर्क प्रदाताओं को वेब ट्रैफ़िक को प्राथमिकता देने की मांग थी।

2016: जियो ने भारत में अफ़ोर्डेबल और तेज़ इंटरनेट की शुरुआत की, जिसने भारतीय उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन दुनिया से जोड़ दिया।

2019: वेब ने सुरक्षा और गोपनीयता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने लगा, जब कई बड़ी कंपनियों को डेटा लिक होने की समस्या हुई।

2020: COVID-19 महामारी ने वेब को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया, जब लॉकडाउन के कारण लोग ऑनलाइन काम, Shop और सोशल संवाद करने लगे। वीडियो कॉल, ऑनलाइन शॉपिंग, वीबिनार और ऑनलाइन शिक्षा जैसी डिजिटल सेवाओं की मांग बड़ी मात्रा में बढ़ी।

2021: वेब वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और एसडीजीपीआर टकराव पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। वैक्सीन और कोविड-19 से सम्बंधित जानकारी की गुणवत्ता और पहुँच पर सवाल उठे हैं।

2022-23: वेब वैश्विक डिजिटल यातायात पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसमें नई टेक्नोलॉजी और उच्च गति इंटरनेट सेवाएं शामिल हैं, जैसे कि 5जी, स्वचालित गाड़ियों का उपयोग करके संचार के क्षेत्र में गति लाने वाले परियोजनाओं का विस्तार।

वेब ने सभी क्षेत्रों में आपूर्ति श्रृंखला, संचार, व्यवसाय, शिक्षा, संगीत, संचार, सोशल संवाद और अधिक में बड़ी परिवर्तन लाया है। यह एक नई डिजिटल युग की शुरुआत है जो हमारी दुनिया की आधुनिक इतिहास को चिह्नित करती है।

वेब 3.0 वर्ल्ड वाइड वेब का अगला पुनरावृत्ति है, जिसके बारे में टिम बर्नर्स-ली ने हाल के वर्षों में समाचार चैनलों से बात की है। यह वेब का अगला चरण है, टिम की परिकल्पना एक बॉटम-अप डिज़ाइन के साथ अधिक विकेन्द्रीकृत होगी। टिम ने एआई के वेब के भविष्य के विकास का एक बड़ा हिस्सा होने के बारे में भी बात की है, जिसमें चैटजीपीटी सपोर्टिंग ब्राउजिंग जैसे अधिक एआई सहायक हैं।

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